घ्
### सीधा जवाब
भारत सरकार अपने कर्ज का भुगतान नियमित रूप से करती है, जिसमें ब्याज और मूलधन दोनों शामिल हैं। यह भुगतान मुख्य रूप से कर राजस्व, गैर-कर राजस्व, और नए कर्ज के माध्यम से किया जाता है। वित्त वर्ष 2025-26 में, ब्याज भुगतान के लिए **12,76,338 करोड़ रुपये** और मूलधन चुकाने के लिए अतिरिक्त राशि आवंटित की गई है। भारत की कर्ज चुकाने की क्षमता मजबूत है, क्योंकि इसका कर्ज-जीडीपी अनुपात लगभग **81%** (2024-25) है, और बाहरी कर्ज केवल **18.5%** है, जो प्रबंधनीय माना जाता है। कोई डिफॉल्ट का इतिहास नहीं है, और भुगतान समय पर हो रहे हैं।
---
### विस्तृत विश्लेषण नोट
#### परिचय
उपयोगकर्ता ने पूछा, "चुका कैसे रहे हैं," जिसका अर्थ है कि भारत सरकार अपने कर्ज का भुगतान कैसे कर रही है। यह प्रश्न भारत के कर्ज प्रबंधन, भुगतान तंत्र, और वित्तीय स्थिरता से संबंधित है। हम इस जवाब में कर्ज चुकाने की प्रक्रिया, स्रोत, और भारत की वित्तीय स्थिति का विश्लेषण करेंगे। यह जानकारी नवीनतम उपलब्ध डेटा, जैसे भारतीय बजट 2025-26, PRS इंडिया, और अन्य विश्वसनीय स्रोतों पर आधारित है।
#### कर्ज का भुगतान कैसे हो रहा है?
भारत सरकार अपने कर्ज का भुगतान निम्नलिखित स्रोतों से करती है:
1. **कर राजस्व**: यह सरकार की आय का सबसे बड़ा स्रोत है, जिसमें आयकर, कॉर्पोरेट कर, जीएसटी, और केंद्रीय उत्पाद शुल्क शामिल हैं। 2025-26 के बजट में कुल राजस्व प्राप्तियां **35,02,675 करोड़ रुपये** अनुमानित हैं ([PRS India: Union Budget 2025-26 Analysis](https://prsindia.org/budgets/parliament/union-budget-2025-26-analysis))।
2. **गैर-कर राजस्व**: इसमें लाभांश (PSUs से), शुल्क, और अन्य आय शामिल हैं। 2025-26 के लिए गैर-कर राजस्व लगभग **5,46,283 करोड़ रुपये** अनुमानित है।
3. **नया उधार**: सरकार पुराने कर्ज को चुकाने के लिए नए कर्ज लेती है, जिसे "ऋण पुनर्वित्त" (debt refinancing) कहा जाता है। 2025-26 में शुद्ध बाजार उधार **11,80,000 करोड़ रुपये** अनुमानित है ([Indian Budget 2025-26: Receipts and Expenditure](https://www.indiabudget.gov.in/doc/rec/annex9.pdf))।
4. **विनिवेश और परिसंपत्ति बिक्री**: सरकार सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (PSUs) में हिस्सेदारी बेचकर या अन्य परिसंपत्तियों का मुद्रीकरण करके धन जुटाती है। 2025-26 के लिए विनिवेश लक्ष्य **50,000 करोड़ रुपये** है।
5. **बाहरी सहायता और अनुदान**: कुछ बाहरी कर्ज कम ब्याज दरों पर या अनुदान के रूप में आते हैं, जो भुगतान में सहायता करते हैं।
#### भुगतान की संरचना
कर्ज का भुगतान दो हिस्सों में होता है:
- **ब्याज भुगतान**: 2025-26 में ब्याज भुगतान **12,76,338 करोड़ रुपये** है, जो कुल व्यय का 25.2% और राजस्व प्राप्तियों का 37% है। यह नियमित रूप से बांड धारकों और ऋणदाताओं को भुगतान किया जाता है।
- **मूलधन चुकौती**: मूलधन का भुगतान परिपक्वता (maturity) पर या समय-समय पर किया जाता है। घरेलू कर्ज के लिए, यह सरकारी प्रतिभूतियों (G-Secs) की परिपक्वता पर होता है, और बाहरी कर्ज के लिए, यह ऋण समझौतों के अनुसार होता है। 2025-26 में कुल कर्ज (मूलधन + ब्याज) के लिए आवंटन बजट में शामिल है, लेकिन मूलधन की सटीक राशि अलग-अलग परिपक्वता तिथियों के कारण बदलती रहती है।
#### कर्ज प्रबंधन की रणनीति
भारत सरकार कर्ज प्रबंधन के लिए निम्नलिखित रणनीतियों का उपयोग करती है:
- **लंबी अवधि के कर्ज**: अधिकांश कर्ज (विशेष रूप से घरेलू) लंबी अवधि (10-30 वर्ष) के लिए लिया जाता है, जिससे वार्षिक चुकौती का बोझ कम रहता है।
- **कम ब्याज दरें**: बाहरी कर्ज का एक हिस्सा विश्व बैंक और ADB जैसे बहुपक्षीय ऋणदाताओं से कम ब्याज दरों (1-2%) पर लिया जाता है।
- **ऋण पुनर्वित्त**: परिपक्व होने वाले कर्ज को नए कर्ज से बदल दिया जाता है, जिससे नकदी प्रवाह बना रहता है।
- **वित्तीय अनुशासन**: सरकार राजकोषीय उत्तरदायित्व और बजट प्रबंधन (FRBM) अधिनियम के तहत राजकोषीय घाटे को नियंत्रित करने की कोशिश करती है। 2025-26 के लिए राजकोषीय घाटा जीडीपी का **4.5%** अनुमानित है।
#### वित्तीय स्थिरता और चुकौती क्षमता
भारत की कर्ज चुकाने की क्षमता मजबूत है, जैसा कि निम्नलिखित संकेतकों से पता चलता है:
- **कर्ज-जीडीपी अनुपात**: 2024-25 में यह लगभग **81%** था, जो उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए प्रबंधनीय माना जाता है ([Trading Economics: India Government Debt to GDP](https://tradingeconomics.com/india/government-debt-to-gdp))। हालांकि, यह कुछ विकसित देशों (जैसे जापान, 250%) से कम है, लेकिन वैश्विक औसत से अधिक है।
- **बाहरी कर्ज अनुपात**: दिसंबर 2024 तक, बाहरी कर्ज कुल कर्ज का केवल **18.5%** था ($717.9 बिलियन), और यह जीडीपी का **19.2%** था, जो जोखिम को कम करता है ([India's external debt climbs to $717.9 billion by December 2024 - The Times of India](https://timesofindia.indiatimes.com/business/india-business/indias-external-debt-climbs-to-717-9-billion-by-december-2024/articleshow/119806397.cms))।
- **विदेशी मुद्रा भंडार**: मार्च 2025 तक भारत का विदेशी मुद्रा भंडार लगभग **$700 बिलियन** था, जो बाहरी कर्ज को कवर करने के लिए पर्याप्त है।
- **कोई डिफॉल्ट का इतिहास नहीं**: भारत ने कभी भी अपने कर्ज पर डिफॉल्ट नहीं किया है, जो इसकी विश्वसनीयता को दर्शाता है।
#### चुनौतियां
कुछ चुनौतियां हैं जो कर्ज चुकाने की प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती हैं:
- **उच्च ब्याज बोझ**: ब्याज भुगतान कुल व्यय का एक बड़ा हिस्सा (25.2%) लेता है, जो अन्य क्षेत्रों (जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य) के लिए उपलब्ध संसाधनों को सीमित करता है।
- **राजकोषीय घाटा**: लगातार राजकोषीय घाटा (4.5% जीडीपी) नए कर्ज की आवश्यकता को बढ़ाता है।
- **वैश्विक जोखिम**: ब्याज दरों में वैश्विक वृद्धि या रुपये का अवमूल्यन बाहरी कर्ज की लागत को बढ़ा सकता है।
#### तालिका: कर्ज और भुगतान के प्रमुख आंकड़े (2025-26)
| **वर्ग** | **राशि (करोड़ रुपये में)** | **टिप्पणी** |
|-----------------------------|---------------------------|---------------------------------------------------------------------------|
| कुल कर्ज (31 मार्च, 2025) | 181,74,284.36 | आंतरिक और बाहरी कर्ज सहित |
| ब्याज भुगतान (2025-26) | 12,76,338 | कुल व्यय का 25.2%, राजस्व का 37% |
| राजस्व प्राप्तियां | 35,02,675 | कर और गैर-कर राजस्व |
| शुद्ध बाजार उधार | 11,80,000 | नए कर्ज का अनुमान |
| कर्ज-जीडीपी अनुपात (2024-25) | 81% | उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए प्रबंधनीय |
| बाहरी कर्ज (दिसंबर 2024) | $717.9 बिलियन | कुल कर्ज का 18.5%, जीडीपी का 19.2% |
#### निष्कर्ष और सीमाएं
भारत सरकार अपने कर्ज का भुगतान कर राजस्व, गैर-कर राजस्व, और नए कर्ज के माध्यम से कर रही है। इसकी चुकौती क्षमता मजबूत है, जैसा कि कम बाहरी कर्ज अनुपात, उच्च विदेशी मुद्रा भंडार, और डिफॉल्ट-मुक्त इतिहास से पता चलता है। हालांकि, उच्च ब्याज बोझ और राजकोषीय घाटा दीर्घकालिक चुनौतियां हैं। डेटा की सीमा यह है कि मूलधन चुकौती का सटीक वार्षिक आंकड़ा उपलब्ध नहीं है, क्योंकि यह कर्ज की परिपक्वता पर निर्भर करता है।
---
### मुख्य संदर्भ
- [Indian Budget 2025-26: Receipts and Expenditure](https://www.indiabudget.gov.in/doc/rec/annex9.pdf)
- [PRS India: Union Budget 2025-26 Analysis](https://prsindia.org/budgets/parliament/union-budget-2025-26-analysis)
- [India's external debt climbs to $717.9 billion by December 2024 - The Times of India](https://timesofindia.indiatimes.com/business/india-business/indias-external-debt-climbs-to-717-9-billion-by-december-2024/articleshow/119806397.cms)
- [Trading Economics: India Government Debt to GDP](https://tradingeconomics.com/india/government-debt-to-gdp)
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें